|| MARO MUJRO LYONE RAJ SAHIB
SHANTI SALONA - JAIN STAVAN LYRICS ||
मारो मुजरो ल्यों राज साहिब, शांति सलूणा।
मारो मुजारो .. (3) ल्यों राज, साहिब, शांति सलूणा।
अचिराजिना नंदन तोरे, दरिसन हेते अव्यो,
समकित रिझ करौं स्वामी, भक्ति भतनु लाव्यो
मारो मुजारो .. (3) ल्यों राज, साहिब, शांति सलूणा।
दुखनभान चे बिरुड़ तमारु, अमने आशा तुमारी,
टूम निरगी थीण चुत्तो, शी गती होशे अमारी?
मारो मुजारो .. (3) ल्यों राज, साहिब, शांति सलूणा।
कहेसि लोक न तनि केहु, अवधु स्वामी आगे,
पान बलक जो बोलि न जाने, तोह केम वालो लागे?
मारो मुजारो .. (3) ल्यों राज, साहिब, शांति सलूणा।
महरे तो तू समरथ साहिब, केम ओचु मनु को?
चिंतामणि जेने गाथे बंधु, तेहने काम किशनु
मारो मुजारो .. (3) ल्यों राज, साहिब, शांति सलूणा।
अध्यातम रवि उघ्यो मुज घाट, मोह तिमिर हरु जुगत,
विमल विजय वचन न सेवक, राम कहे शुभ भक्त
मारो मुजारो .. (3) ल्यों राज, साहिब, शांति सलूणा।
Maro Mujro Lyone Raj Sahib Shanti Salona Full Song
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