![]() |
| Rushab Jinad Dayal Ho Mohe Lagi Laganva |
रुषभ जिणंद दयाल हो मोहे लागी लगनवा...
लागी रे लागी रे लागी रे मोहे तुमसे लगन लागी... ॥४॥रुषभ जिणंद दयाल हो मोहे लागी लगनवा...लागी लगनवा छोडी ना छुटे (२)जब तक घट मे हे प्राण हो मोहे लागी लगनवा... रुषभ जिणंद...विमलाचल मंडण दुख खंडण (२)मंडण धर्म विशाल हो मोहे लागी लगनवा... रुषभ जिणंद...विषधर मोर चोर कामिजन (२)दर्शन कर निहाल हो मोहे लागी लगनवा... रुषभ जिणंद...हुं अनाथ तु त्रिभुवन नाथ (२)कर मोरी संभाळ हो मोहे लागी लगनवा... रुषभ जिणंद...आतम आनंद कंद के दाता (२)दाता परम दयाळ हो मोहे लागी लगनवा... रुषभ जिणंद...

0 Comments