Jay Jay Aarti With Lyrics | जय जय आरति आदि जिणंदा | Jain Aarti With Lyrics | Jain Stavan Lyrics

Jay Jay Aarti Song With Lyrics 
आरती...



जय जय आरती आदि जिणंदा
नाभिराया मरुदेवीको नंदा...

पहेली आरती पूजा कीजे,
नरभव पामीने ल्हावो लीजे...

दूसरी आरती दीन दयाळा,
धुलेवा मंडपमां जग अजवाळा...

तीसरी आरती त्रिभुवन देवा,
सुरनर ईन्द्र करे तोरी सेवा...

चोथी आरती चउगति चूरे,
मनवांछित फळ शिवसुख पूरे...

पांचमी आरती पुण्य उपायो,
मुळचंद ऋषभ गुण गायो...

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