सिद्धाचल नो वासी प्यारो लागे मोरा राजींदा
SidhhaChal No Vashi Pyaro Lage Mora Raginda,
सिद्धाचल नो वासी प्यारो लागे मोरा राजींदा,
विमलाचल नो वासी प्यारो लागे मोरा राजींदा...
इण रे डुंगरीयामा झीणी झीणी कोरणी,
उपर शिखर बिराजे मोरा राजींदा, सिद्धाचल...
काने कुंडळ माथे मुगट बिराजे,
बांहे बाजुबंध छाजे मोरा राजींदा, सिद्धाचल...
चउ मुख बिंब अनुपम छाजे,
अद्भुत दिठे दुःख भांजे मोरा राजींदा, सिद्धाचल...
छूआ छूआ चंदन और अ गरजा,
केसर तिलक बिराजे मोरा राजींदा, सिद्धाचल...
इण रे गिरी साधु अनंता सिद्ध्या,
कहेता पार ना आवे मोरा राजींदा, सिद्धाचल...
ज्ञान विमल प्रभु ईणी पेरे बोले,
आ भव पार उतारो मोरा राजींदा, सिद्धाचल...
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