पार्श्व जिणंदा वामाजीका नंदा
पार्श्व जिणंदा वामाजीका नंदा (२)
तुम पर वारी जाउं बोल बोल रे...
हे दरवाजा तेरा खोल खोल रे...
दूर दूर देश से लंबी सफर से (२)
हम आये तुम पास दोड दोड रे...
पूजा करुंगा धूप धरुंगा (२)
फूल चडाउंगा मोल मोल के...
तुं मेरा ठाकर मे तेरा चाकर (२)
एक वार मुजशुं बोल बोल रे...
श्री शंखेश्वर सुंदर मुरत (२)
मुखडुं ते झाकम जोल जोल रे...
रूप विबुधनो मोहन पभणे (२)
रंग लाग्यो चित चोल चोल रे...
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